महाराष्ट्र के नागपुर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन पर चढ़ते समय गिरने से बलिया निवासी बीएसएफ (BSF) जवान की मौत हो गई। इसकी सूचना मिलते ही घर-परिवार में कोहराम मच गया। पारिवारिक सदस्यों के साथ ही बीएसएफ की टीम नागपुर पहुंच गयी, जहां सैन्य सम्मान के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया गया।
बड़े बेटे ने मुखाग्नि दी। बताया जा रहा हैं कि बैरिया थाना क्षेत्र के करमानपुर (जमालपुर) निवासी स्व. घनश्याम सिंह के पुत्र काशीनाथ सिंह बीएसएफ में हेड कांस्टेबल (WC) के पद पर तैनात थे। उनकी ड्यूटी 143 बटालियन बीएसएफ हरिनघाटा कल्याणी (पश्चिम बंगाल) में थी।
काशीनाथ सिंह के दो पुत्र नवनीत कुमार सिंह तथा अभिजीत कुमार सिंह कर्नाटक राज्य की राजधानी बेंगलुरु में इंजीनियर है। वहीं पर पत्नी पूर्णिमा सिंह गई थी। इधर, महाकुंभ स्नान का प्लान बना और काशीनाथ सिंह पत्नी पूर्णिमा सिंह को लाने बेंगलुरु चले गये। वहां से पति-पत्नी और बड़ा पुत्र नवनीत महाकुंभ स्नान के लिए हमसफर एक्सप्रेस से निकले।
10 फरवरी को अपरान्ह करीब डेढ़ बजे ट्रेन नागपुर स्टेशन पर पहुंची, जहां कुछ खरीदने के लिए काशीनाथ सिंह प्लेटफार्म पर उतरे थे, तभी ट्रेन चल दी। इस दौरान ट्रेन पर चढ़ते समय काशीनाथ सिंह गिर पड़े, जिससे उनकी मौत हो गई। अचानक हुए हादसे से पत्नी पूर्णिमा सिंह व पुत्र नवनीत कुमार सिंह का रोते-रोते बुरा हाल हो गया।
सूचना पर छोटा पुत्र अभिजीत भी बेंगलुरू से नागपुर पहुंच गया। वहीं, सूचना के बाद काशीनाथ सिंह के बटालियन से बीएसएफ जवान भी पहुंच गये। पारिवारिक सदस्यों की रजामंदी के बाद हेड कांस्टेबल काशीनाथ सिंह का अंतिम संस्कार नागपुर में ही सैन्य सम्मान के साथ किया गया। गुरुवार को रोते-बिलखते परिवार के सदस्य गांव पहुंचे। बता दे कि काशीनाथ सिंह के भाई अशोक कुमार सिंह भी बीएसएफ जवान है, जिनकी तैनाती असम में है।
डिस्क्लेमर: इस खबर को ऑनलाइन तथा अन्य न्यूज एजेंसियों से संग्रहित किया गया है।