केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के एक सब-इंस्पेक्टर और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ रिश्वत लेने के आरोप में मामला दर्ज किया है। आरोपी सब-इंस्पेक्टर CISF, RTC, देओली, जिला टोंक (राजस्थान) में तैनात था। उस पर आरोप है कि उसने एक व्यक्ति से 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी और इस रकम को फोनपे के जरिए अपने बैंक खाते में ट्रांसफर करवाया।
बिल भुगतान के बदले मांगी रिश्वत
CBI की जांच में पता चला है कि आरोपी सब-इंस्पेक्टर ने शिकायतकर्ता से 10,000 रुपये की रिश्वत मांगी थी। यह रकम 86,537 रुपये के पांच बिलों के भुगतान के बदले मांगी गई थी। आरोप है कि सब-इंस्पेक्टर ने धमकी दी थी कि अगर रिश्वत नहीं दी गई तो बाकी बिलों का भुगतान रोक दिया जाएगा। आरोपी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए रिश्वत स्वीकार की और फोनपे के माध्यम से अपने बैंक खाते में पैसे ट्रांसफर करवाए। शिकायत मिलने के बाद CBI ने इस मामले में केस दर्ज किया और जांच शुरू की।
राजस्थान और बिहार में CBI की छापेमारी
CBI की टीम ने आरोपी सब-इंस्पेक्टर के टोंक (राजस्थान) और दरभंगा (बिहार) स्थित आवासीय और आधिकारिक परिसरों में छापेमारी की। छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल सबूत जब्त किए गए हैं।
CBI की जांच जारी
CBI के अधिकारियों ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। जांच में यह भी पता लगाया जा रहा है कि क्या इसमें कोई और अधिकारी या कर्मचारी शामिल हैं। अगर जांच में और लोग दोषी पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
CBI के बढ़ते शिकंजे में भ्रष्ट अधिकारी
हाल के दिनों में CBI ने सरकारी अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के कई मामले दर्ज किए हैं। पिछले साल भी कई सरकारी अफसरों को रिश्वतखोरी में पकड़ा गया था। केंद्रीय एजेंसी लगातार भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़े कदम उठा रही है और दोषियों पर कानूनी शिकंजा कस रही है। CBI ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई सरकारी अधिकारी उनसे रिश्वत मांगता है, तो वे तुरंत इसकी शिकायत करें ताकि भ्रष्टाचार पर रोक लगाई जा सके।
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