पटना के CISF जवान पुनीत कुमार को उनकी अद्भुत साहस और वीरता के लिए राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें 10 मार्च को चेन्नई में आयोजित CISF के स्थापना दिवस के अवसर पर दिया जाएगा।
पुनीत कुमार ने 22 अप्रैल 2022 को जम्मू-कश्मीर में आतंकी मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद के 2 आतंकियों को मार गिराया था। आतंकियों ने हमला किया तो पुनीत के हाथ में दो गोली थी। इसके बावजूद वे डटे रहे और आतंकियों को ढेर कर दिया।

पुनीत कुमार की मां नूतन देवी ने बताया कि ‘वीरता पदक सम्मान मिलना बड़ी बात है। हम लोग बेटे पर गर्व महसूस कर रहे हैं।’ पुनीत के पिता सरोज कुमार ने कहा कि ‘मेरे बेटे और उनके साथ सभी जवानों ने मिलाकर जैश-ए-मोहम्मद के 2 आतंकियों को ढेर किया था।’
पुनीत कुमार ने बताया कि ‘जब भी कोई ऐसी घटना होती है तो हालात गंभीर होते हैं। ऐसी परिस्थिति के लिए हम लोगों को ट्रेनिंग दी जाती है। सुजावां चेक पोस्ट पर सीआईएसएफ के जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी। ड्यूटी से लौटते समय आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। अचानक फायरिंग होने से सभी जवान हैरान हो गए, जिसके बाद मोर्चा संभाला और जवाबी फायरिंग की।’

पुनीत कुमार का प्रमोशन एएसआई के पद पर हुआ है। उनके परिवार में उनकी मां नूतन देवी, पिता सरोज कुमार, भाई सुमित और बहन हैं। पुनीत कुमार ने 2017 में सीआईएसएफ में कॉन्स्टेबल के पद पर नौकरी मिली थी।
पुनीत कुमार की बहादुरी की कहानी
पुनीत कुमार ने बताया कि ‘मुठभेड़ के दौरान मेरे हाथ में दो गोलियां लगी थीं। इसके बावजूद मैंने आतंकियों को ढेर करने के लिए जवाबी फायरिंग की। मेरे साथी एसआई शंकर प्रसाद पटेल भी शहीद हो गए थे।’
पुनीत कुमार की इस बहादुरी की कहानी ने सभी को प्रेरित किया है। उनकी वीरता और साहस की कहानी सुनकर हर कोई गर्व महसूस कर रहा है।
पुनीत कुमार को मिलेगा राष्ट्रपति वीरता पदक
पुनीत कुमार को उनकी अद्भुत साहस और वीरता के लिए राष्ट्रपति वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा। यह सम्मान उन्हें 10 मार्च को चेन्नई में आयोजित सीआईएसएफ की स्थापना दिवस के अवसर पर दिया जाएगा।
पुनीत कुमार के परिवार को गर्व है
पुनीत कुमार के परिवार को उनकी बहादुरी पर गर्व है। उनकी मां नूतन देवी ने बताया कि ‘हम लोग बेटे पर गर्व महसूस कर रहे हैं। वह हमेशा से ही देश की सेवा करना चाहता था।’
पुनीत कुमार के पिता सरोज कुमार ने कहा कि ‘मेरे बेटे ने हमें गर्व महसूस कराया है। वह एक सच्चे देशभक्त हैं।’
पुनीत कुमार की बहन ने बताया कि ‘मेरे भाई ने हमें बहुत गर्व महसूस कराया है। वह हमेशा से ही देश की सेवा करना चाहता था।’
पुनीत कुमार के परिवार ने उनकी बहादुरी की कहानी सुनाकर सभी को प्रेरित किया है। उनकी वीरता और साहस की कहानी सुनकर हर कोई गर्व महसूस कर रहा है।
CISF के अधिकारियों ने पुनीत कुमार की बहादुरी की प्रशंसा की है। उन्होंने बताया कि पुनीत कुमार ने अपनी बहादुरी और साहस का परिचय दिया है। वह एक सच्चे देशभक्त हैं।
पुनीत कुमार की बहादुरी की कहानी सुनकर सभी को प्रेरित किया है। उनकी वीरता और साहस की कहानी सुनकर हर कोई गर्व महसूस कर रहा है।
डिस्क्लेमर: इस खबर को ऑनलाइन तथा अन्य न्यूज एजेंसियों से संग्रहित किया गया है।