39 वर्षों की सेवा के बाद BSF से सेवानिवृत्त हुए उपनिरीक्षक शक्ति सिंह

दौलतपुर चौक (ऊना): क्षेत्र के डंगोह खास निवासी शक्ति सिंह, जिन्होंने BSF में 39 वर्षों की उत्कृष्ट सेवा दी, सोमवार को उपनिरीक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए। उनकी सेवानिवृत्ति पर गांव में एक भव्य स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर उनकी पत्नी विजय कुमारी के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन पर बैंड-बाजे और खुली जीप के साथ उनका अभिनंदन किया गया, जिसमें ग्रामीणों और परिजनों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

शक्ति सिंह की BSF में भर्ती 19 मार्च 1986 को हुई थी। अपने करियर में उन्होंने जम्मू-कश्मीर, पंजाब, गुजरात, बंगाल, शिलांग और त्रिपुरा जैसे राज्यों में तैनाती के दौरान पाकिस्तान और बांग्लादेश की सीमाओं पर कई महत्वपूर्ण अभियानों में भाग लिया। विशेष अभियान दल के सदस्य के रूप में उन्होंने उग्रवाद विरोधी अभियानों में भी अहम योगदान दिया।

शक्ति सिंह का परिवार भी सेना और सीमा सुरक्षा सेवाओं में अपना योगदान दे रहा है। उनके पिता बचित्र सिंह भारतीय सेना से सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, जबकि उनके दादा शिव सिंह ने भी सेना में सेवाएं दी थीं। शक्ति सिंह के पुत्र मनीष जसवाल वर्तमान में बीएसएफ में उपनिरीक्षक के पद पर कार्यरत हैं।

स्वागत समारोह में स्थानीय पंचायत की प्रधान अनीता कुमारी, रमेश जसवाल, जतिंद्र जसवाल, नरेश जसवाल, अनिल, मनोज, कमल, बरिंदर, धर्मपाल सिंह, और कैप्टन प्रताप सिंह सहित कई लोग मौजूद थे। उन्होंने शक्ति सिंह के समर्पण और सेवा की भूरी-भूरी प्रशंसा की।

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इस प्रकार, शक्ति सिंह की सेवानिवृत्ति न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि यह उनके परिवार की सेवा की परंपरा और राष्ट्र के प्रति उनके अदम्य समर्पण का भी प्रतीक है।

डिस्क्लेमर: इस खबर को ऑनलाइन तथा अन्य न्यूज एजेंसियों से संग्रहित किया गया है।

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