CRPF की एक विशेष इकाई, रेपिड एक्शन फोर्स (RAF) ने अपनी स्थापना के 32 वर्ष पूरे कर लिए हैं। यह बल कानून-व्यवस्था बनाए रखने में अपना महत्वपूर्ण योगदान देता है। RAF की खासियत यह है कि इसमें अन्य बटालियनों की तुलना में अफसरों की संख्या अधिक होती है।
RAF का गठन
RAF का गठन 7 अक्टूबर, 1992 को हुआ था। इसका मुख्य उद्देश्य दंगा और उपद्रव वाली स्थितियों से निपटना है। इस बल ने हैती में संयुक्त राष्ट्र मिशन के अंतर्गत अमेरिकी सैन्य टुकड़ी के साथ मिलकर चुनाव संपन्न कराए थे।
RAF की विशेषताएं:
- विशेष प्रशिक्षण प्राप्त बल
- अफसरों की संख्या अन्य बटालियनों की तुलना में अधिक
- अपना अलग ध्वज
- दंगा और उपद्रव वाली स्थितियों से निपटने में विशेषज्ञता
- संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के रूप में विभिन्न देशों में तैनाती
आरएएफ की भूमिका:
- कानून-व्यवस्था बनाए रखना
- दंगा और उपद्रव वाली स्थितियों से निपटना
- संवेदनशील मामलों में विशेष भूमिका
- लोकल पुलिस के साथ मिलकर एक्सरसाइज करना
- आम लोगों में भरोसा जताने के लिए फेमिलीराइजेशन में पारंगत
आरएएफ की उपलब्धियां:
- हैती में संयुक्त राष्ट्र मिशन में शानदार कार्य
- कोसोवो में संयुक्त राष्ट्र मिशन में उत्कृष्ट कार्य
- लाइबेरिया में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के रूप में तैनाती
आरएएफ की वर्तमान स्थिति:
- 15 बटालियन
- प्रत्येक बटालियन में 13 सौ से अधिक जवान
- अफसरों की संख्या अन्य बटालियनों की तुलना में अधिक
- विशेष प्रशिक्षण प्राप्त बल
आरएएफ का भविष्य:
- दंगा और उपद्रव वाली स्थितियों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका
- संयुक्त राष्ट्र शांति सेना के रूप में विभिन्न देशों में तैनाती
- कानून-व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान
इस प्रकार, रेपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) सीआरपीएफ की एक महत्वपूर्ण इकाई है, जो दंगा और उपद्रव वाली स्थितियों से निपटने में विशेषज्ञता रखती है। इसकी विशेषताएं और उपलब्धियां इसे एक शक्तिशाली और प्रभावी बल बनाती हैं।