नाला पार करते वक्त निरीक्षक चन्द्र मोहन सिंह साथियों के लिए अस्थायी ब्रिज बनाकर नाला पार कराते समय गिर गए और पानी के बहाव में बह गए।
भारत-चीन सीमा पर पेट्रोलिंग के दौरान दुर्गा चौक भानियावाला निवासी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के निरीक्षक चंद्रमोहन सिंह नेगी बलिदान हो गए। हिमाचल प्रदेश में अस्थायी पुल बनाकर साथियों को नाला पार कराते समय पांव फिसलने से गिर गए और नाले के तेज बहाव में आकर बोल्डर की चपेट में आ गए।
बलिदान की सूचना मिलने के बाद जौलीग्रांट में शोक की लहर दौड़ गई है। 27 जुलाई को उनके पार्थिव शरीर को लाने की संभावना है। चंद्रमोहन सिंह नेगी (55) 17 बटालियन आईटीबीपी में तैनात थे। जो इन दिनों हिमाचल प्रदेश के रिकांग पियो में स्पीति घाटी लाहौल में भारत पोस्ट पर तैनात थे। अस्थायी पुल बनाने के बाद बृहस्पतिवार शाम अपने जवानों को नाला पार कराते समय गिर गए और पानी के तेज बहाव में बह गए।
भारत पोस्ट के जवानों ने उन्हें करीब 100 मीटर की दूरी से बाहर निकालकर सुमदो आर्मी अस्पताल पहुंचाया, जहां बलिदान हो गए। मूल रूप से तल्ली कांडई, पौड़ी गढ़वाल निवासी नेगी परिवार के साथ दुर्गा चौक, जौलीग्रांट वार्ड सात में पिछले 20 वर्षों से रह रहे थे। उनके परिवार में उनका बेटा गौरव, बेटी दीक्षा औरपत्नी विमला नेगी हैं। बलिदानी के छोटे भाई देवेंद्र नेगी डोईवाला कोतवाली में कार्यरत हैं।
देवेंद्र नेगी ने बताया, चंद्रमोहन 17 साल की उम्र में आईटीबीपी में भर्ती हो गए थे। शनिवार सुबह पार्थिव शरीर भनियावाला पहुंचने की संभावना है। आईटीबीपी के पीआरओ राजीव नेगी ने कहा कि मौसम खराब होने के कारण बलिदानी के पार्थिव शरीर को हवाई मार्ग से लाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मार्शल आर्ट के मास्टर और शानदार प्रशिक्षक थे चंद्रमोहन
चंद्रमोहन सिंह नेगी भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में चौबीस सितंबर 1987 में कांस्टेबल (जीडी) के पद पर भर्ती हुए थे। वर्तमान में वे निरीक्षक (जीडी) के पद पर कार्यरत थे।
बीते छह जून को छुट्टी के बाद ड्यूटी पर वापस गए थे। उनका बेटा गौरव नेगी होटल में कार्यरत हैं। जबकि बेटी दीक्षा पढ़ाई कर रही है। छोटे भाई देवेंद्र नेगी ने कहा कि बलिदानी के बेटे की शादी अप्रैल में हुई है। उन्होंने बताया कि चंद्रमोहन सिंह नेगी चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर थे। आईटीबीपी में वो अपनी कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने जाते थे। उन्हें मार्शल आर्ट में दक्षता हासिल थी। उन्होंने काफी समय तक आईटीबीपी अकादमी मसूरी में एक कुशल प्रशिक्षक के रूप में भी कार्य किया। कुछ समय पहले ही उन्हें भारत-चीन सीमा पर भारत पोस्ट पर तैनात किया गया था।
सीएम ने आईटीबीपी निरीक्षक के बलिदान पर जताया शोक
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने हिमाचल के लाहौल स्पीति में भारत-चीन सीमा पर पेट्रोलिंग के दौरान बलिदान हुए देहरादून निवासी आईटीबीपी के निरीक्षक चंद्र मोहन सिंह के लिए शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान देने एवं शोक संतप्त परिजनों को यह दुख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
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