अफीम तस्करी में कमाई देख BSF की नौकरी छोड़ी, पेपर लीक में 2 दिन में ‌~2.5 करोड़ मिले तो नकल माफिया बना

जयपुर : एसआई भर्ती परीक्षा-2021 के पेपर लीक मामले में एसओजी की पूछताछ में गिरफ्तार डबल मर्डर व अफीम तस्कर ओमप्रकाश फौजी ने कई खुलासे किए। उसने जयपुर में सिरसी रोड पर किराए का फ्लैट लेकर दो दिन में 30 से ज्यादा अभ्यर्थियों को सॉल्व लीक पेपर बेचकर 2.5 करोड रुपए की कमाई की थी। ओम प्रकाश फौजी प्रतियोगी परीक्षाओं के लीक पेपर को बेचने पर एक ही दिन में होने वाली करोड़ों रुपए की मोटी कमाई को देखकर भूपेंद्र सारण गैंग से जुड़ा था।

फौजी ने अफीम तस्करी के नेटवर्क को भी लीक पेपर बेचने में लगाकर बड़ा नेटवर्क खड़ा कर दिया था। प्रतियोगी परीक्षा की घोषणा होने के साथ ही उसका नेटवर्क सक्रिय हो जाता था। फौजी ने जयपुर के सोडाला शांति नगर स्कूल से यूनिक भामू के द्वारा 14 व 15 सितंबर 2021 को लीक हुए पेपर को भूपेंद्र सारण से खरीद कर बेचा था। अब एसओजी सिरसी रोड के फ्लैट को तस्दीक करने में लगी है।

10 वर्ष की नौकरी के दौरान उसकी अफीम तस्करों से हुई थी सांठगांठ

ओमप्रकाश की 2001 से 2011 तक बीएसएफ में नॉर्थ-ईस्ट इलाके में ही पोस्टिंग रही। इस दौरान अफीम तस्करों से सांठगांठ हो गई। अफीम में मोटी कमाई को देख बीएसएफ की नौकरी छोड़ दी। 2019 में तस्करी गैंग में उसके साथ तस्कर जोधपुर निवासी भैराराम और महेंद्र कुमार को नॉर्थ-ईस्ट से आई 22 किलो अफीम को पहुंचाने के लिए दिया था। दोनों ने अफीम तय स्थान पर नहीं पहुंचाकर लूट होना बता दिया। इसके बाद हुए विवाद में भैराराम व महेंद्र को ओम प्रकाश फौजी ने हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबाल के गांव पिटकासनी में बुलाया, जहां पर इनकी हत्या कर दी थी।

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नॉर्थ ईस्ट से मंगवाई अफीम को दिल्ली-पंजाब तक भेजा वह नॉर्थ ईस्ट से मंगवाई गई अफीम की जयपुर में डिलिवरी करवाता था। उसने जयपुर में सप्लाई करने के साथ अफीम को दिल्ली, हरियाणा आैर पंजाब तक सप्लाई की है।

पेपर खरीदने वालों की लिस्ट बनाकर एसओजी करेगी जांच

एसओजी को पूछताछ में ओमप्रकाश ने 50 से अधिक लोगों को पेपर बेचना बताया है। ऐसे में एसओजी अब उससे पूछताछ कर उनकी लिस्ट बनाएगी, वे कौन-कौन हैं उसमें भर्ती में सलेक्ट हुए हैं। नेटवर्क हैंडलर ने किस-किस को पेपर बेचा, एसओजी उसका पता लगाने की कोशिश कर रही है, इसके लिए ओमप्रकाश के नेटवर्क को खंगाला जा रहा है।

इधर, एसओजी ने हर्षवर्धन मीणा के गुर्गे रिंकू शर्मा से जेईएन भर्ती परीक्षा-2021 में हुए पेपर लीक को लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। गिरफ्तारी के बाद रिंकू ने ही जेईएन भर्ती में परीक्षा पेपर लीक करना स्वीकार किया था। हर्षवर्धन ने जगदीश की गैंग से ही लीक पेपर को खरीदकर सवाई माधोपुर टोंक, करौली, भरतपुर व दौसा इलाके में रिंकू के माध्यम से बेचे थे। अब दोनों से आमने-सामने पूछताछ करने के लिए एसओजी आरोपी हर्षवर्धन को जयपुर सेंट्रल जेल से प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई है।

हर्षवर्धन और रिंकू शर्मा ने एसआई भर्ती परीक्षा का पेपर भी जगदीश से खरीद कर भरतपुर, सवाई माधोपुर व कोटा इलाके में बेचा था। रिंकू के बारे में हर्षवर्धन ने ही बताया था। रिंकू को दौसा से और सुरेश बिश्नोई को सांचौर से पकड़ा था। सुरेश से हुई पूछताछ के बाद है ओमप्रकाश फौजी के बारे में पता चला था। तब एसओजी जोधपुर सेंट्रल जेल से ओमप्रकाश को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई।

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जेईएन भर्ती परीक्षा में पेपर लीक को लेकर हर्षवर्धन

व रिंकू को आमने-सामने बैठाकर करेंगे पूछताछ

सिरसी रोड पर किराए का फ्लैट बताया, एसओजी तस्दीक कर रही

दो तस्करों ने 50 से ज्यादा को भर्ती करवाया। ओम प्रकाश फौजी और हिस्ट्रीशीटर श्रवण बाबेल ने मिलकर करीब 50 अभ्यर्थियों को लीक पेपर पढ़वाकर एसआई भर्ती परीक्षा में पास करवाने का दावा किया। इनमें श्रवण की बेटी चंचल भी शामिल है। चंचल गिरफ्तार हो चुकी। एसआई भर्ती परीक्षा लीक पेपर मामले की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, उसमें पेपर लीक में गैंगस्टर व अफीम के तस्करों के जुडे़ होने के मामले सामने आ रहे हैं।

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