ग्वालियर में BSF की दो महिला कांस्टेबल लापता, आखिर क्या हुआ उनके साथ? परिजनों को साजिश का शक

मध्यप्रदेश के ग्वालियर जिले से एक सनसनीखेज घटना सामने आई है। ग्वालियर बीएसएफ की एक महिला कांस्टेबल अपनी सहेली के साथ करीब एक महीने से लापता है। बीएसएफ की महिला कांस्टेबल जबलपुर की रहने वाली है, जो अपनी सहकर्मी शहाना खातून के साथ गायब हुई है।

ग्वालियर की बीएसएफ अकादमी से BSF की दो महिला आरक्षक रहस्यमय तरीके से लापता हो गई हैं। छह जून को दोनों महिला आरक्षक अपने हॉस्टल में मोबाइल छोड़कर लापता हो गईं, जिसकी बीएसएफ ने थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है। वहीं, पुलिस लापता BSF महिला आरक्षकों की तलाश में जुट गई है। लेकिन एक महिला आरक्षक की मां ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर एसपी से गुहार लगाई है। मां का आरोप है कि दूसरी महिला आरक्षक अपहरण कर उसे कलकत्ता ले गई है। जहां उसके साथ अनहोनी होने की आशंका जाहिर कर बेटी को वापस लाने की पुलिस से गुहार लगाई है। 

दरअसल, ग्वालियर जिले के टेकनपुर स्थित बीएसएफ अकादमी में तैनात बीएसएफ की महिला आरक्षक आकांक्षा निखार और शाहना खातून छह जून को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई। बीएसएफ अकादमी की तरफ से बिलौआ थाने में उन दोनों की गुमशुदगी दर्ज कराई गई है। आकांक्षा मध्यप्रदेश के जबलपुर की रहने वाली है। जबकि शाहाना खातून पश्चिम बंगाल की रहने वाली है। पुलिस के मुताबिक, दोनों महिला आरक्षक अपने मोबाइल बीएसएफ अकादमी के हॉस्टल में ही छोड़कर लापता हुई है।

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टेकनपुर बीएसएफ में आकांक्षा निखार 2021 से तैनात है। साल 2023 में बंगाल के मुर्शीदाबाद की शहाना खातून अंसारी से उसकी पहचान हुई। दोनों टेकनपुर बीएसएफ अकादमी में अच्छी दोस्त बन गई थी। इसी साल मार्च शहाना उनके घर जबलपुर आई, चार दिन रहने के बाद दोनों बंगाल घूमने गई थी। जहां उसकी बेटी आकांक्षा अपनी दोस्त शाहना खातून के घर रुकी थी। इसके बाद छह जून 2024 की रात ग्वालियर के टेकनपुर बीएसएफ अकादमी से फोन आया था, जिसमें उनसे पूछा गया कि क्या उनकी बेटी घर आई है। तब उन्हें पता चला कि उनकी बेटी शाहाना खातून के साथ चली गई है। बीएसएफ में इसकी गुमशुदगी बिलौआ थाने में दर्ज कराई थी।

जानकारी के मुताबिक, सात जून को उन दोनों की लोकेशन बंगाल के हावड़ा में मिली। उसी दिन रात 11:30 बजे मुर्शिदाबाद जिले के बहरामपुर रेलवे स्टेशन पर मिली। उसके बाद दोनों ने बहरामपुर में एक ऑटो ड्राइवर को रोककर उसका फोन इस्तेमाल किया। यहां से शाहाना खातून अपनी बहन जीजा और उनके देवर के साथ बेटी आकांशा को लेकर मजलिसपुर गांव, करीमपुर जिला नादिया पश्चिम बंगाल ले गई। उसके बाद से ये लोग लापता हो गए। इसके बाद 13 जून को उर्मिला अपने बेटे को लेकर मुर्शिदाबाद पहुंची। 14 जून को शाहाना के परिवार वालों के पास पहुंचकर अपनी बेटी आकांक्षा से मिलने की या उसका पता देने की गुजारिश की। लेकिन उन लोगों ने कुछ नहीं बताया। 

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बीएसएफ की महिला आरक्षक आकांक्षा निखार की मां उर्मिला निखार ने जबलपुर से बेटे के साथ ग्वालियर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पहुंची। जहां उन्होंने बंगाल की रहने वाली बीएसएफ महिला आरक्षक शाहना खातून पर अपनी बेटी आकांक्षा का अपहरण कर गायब करने का आरोप लगाया है। जहां महिला आरक्षक की मां उर्मिला ने अपनी बेटी आकांक्षा के साथ किसी तरह की अनहोनी होने की आशंका जाहिर करते हुए ग्वालियर पुलिस से इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। वहीं, पुलिस अधिकारी ने महिला आरक्षक की मां को कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

लापता आकांक्षा की मां उर्मिला निखार ने बताया है कि मेरी बेटी छह जून से लापता है। बीएसएफ में नौकरी करती है। वहीं, उसके साथ नौकरी दूसरी महिला आरक्षक भी करती है, उसकी दोस्ती हुई थी। उसको वहां कोलकाता ले गई है, तब से लापता है। मुझे शक है कि उसे बंधक बनाया गया है। तंत्र-मंत्र कर उसके साथ कोई भी अनहोनी हो सकती है, मुझे मेरी बेटी वापस चाहिए। CSP हिना खान ने बताया है कि अभी महिला आरक्षित की मां टेकनपुर से आई थी। उनका कहना था कि उनकी बेटी एक आरक्षक के साथ कहीं चली गई है। दोनों बीएसएफ में आरक्षक हैं। उनकी शिकायत पर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज है, उनकी लोकेशन निकाल कर संबंधित स्थान पर पुलिस टीम भेजी जाएगी।

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