छत्तीसगढ़ के कांकेर जिला अंतर्गत पंखाजूर में पुलिस व नक्सलियों की मुठभेड़ हुई है. इस मुठभेड़ में बिहार निवासी एक जवान की जान चली गयी. पुलिस और नक्सलियों के बीच गोलीबारी हुई जिसमें बिहार के औरंगाबाद जिले के रहने वाले बीएसएफ जवान मदन सिंह की मौत गोली लगने से हो गयी. उनके पार्थिव शरीर को शुक्रवार की शाम तक उनके पैतृक गांव लाया जाएगा.
नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़
छत्तीसगढ़ में नक्सलियों और सुरक्षाबलों के बीच हुई मुठभेड़ में बिहार के औरंगाबाद निवासी जवान मदन सिंह की मौत हो गयी. बीएसएफ जवान के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. रिसियप थानाक्षेत्र के सडसा गांव निवासी मानदेव सिंह के तीसरे नंबर के पुत्र मदन सिंह की उम्र करीब 40वर्ष थी. मिल रही जानकारी के अनुसार, गुरूवार की रात्रि में उन्होंने दम तोड़ दिया. जान गंवाने वाले बीएसएफ जवान की तैनाती छत्तीसगढ़ में थी. परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, वो होली में अपने गांव आए थे और वही अब उनकी आखिरी होली साबित हो गयी.
आखिरी होली साबित हुई…
नक्सली से हुए मुठभेड़ में जान गंवाने वाले बीएसएफ जवान मदन सिंह होली की छुट्टी में अपने गांव आए थे. उनके गांव में मातम पसरा हुआ है. ग्रामीण बताते हैं कि वो होली की छुट्टी बिताकर वापस लौटे थे. लोकसभा चुनाव से 10दिन पहले ही वो ड्यूटी पर वापस गए थे. उनकी पत्नी संजू देवी गांव में ही रहती है. जिनकी शादी वर्ष 2001 में हुई थी और एक बेटी व एक बेटे की मां हैं.
जवान के घर पसरा मातम
जवान मदन सिंह के घर में मातम पसरा हुआ है. पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है. जवान की बेटी सिया नंदनी बीए फाइनल ईयर की छात्रा है जबकि बेटा शिवम रांची में रहकर प्लस टू की पढ़ाई करता है. पिता के लिए दुर्भाग्यपूर्ण समाचार सुनकर सभी स्तब्ध हैं. वहीं अब जवान के पार्थिव शरीर काे शुक्रवार की शाम तक उनके पैतृक गांव में लाया जाएगा. जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
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