भरतपुर में एक युवक ने सीएम जनसुनवाई केंद्र के सामने भू-समाधि ले ली। युवक 3 साल से अनुकंपा नियुक्ति के लिए भटक रहा है, लेकिन उसे सिर्फ आश्वासन मिल रहा है। युवक के पिता सीआरपीएफ में तैनात थे। उनका 1999 में फील्ड ऑपरेशन के दौरान दिमागी बुखार से निधन हो गया था।
पिता की मौत के समय 3 महीने का था
राधेश्याम उर्फ गौरव (23) निवासी प्रिंस नगर ने बताया- उसके पिता CRPF में कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात थे। 7 नवंबर 1999 में वह फील्ड ऑपरेशन के लिए नीमच (मध्यप्रदेश) से रांची (झारखंड) जा रहे थे। इस दौरान उन्हें दिमागी बुखार आ गया और उनका निधन हो गया। उस समय मैं 3 महीने का था। राधेश्याम ने बताया- उसके पिता को शहीद का दर्जा नहीं मिला।
फिजिकल में हुआ अनफिट
राधेश्याम ने बताया- पिता के निधन के बाद मां ने ही उसे पाला। CRPF में नौकरी के लिए राधेश्याम का 18 साल का होना जरूरी था। साल 2019 में वह 18 साल का हुआ तो उसने CRPF में नौकरी की तैयारी की, लेकिन उसे फिजिकल में अनफिट बताया गया। उसे टीबी का मरीज बताया गया। जब उसने जयपुर के SMS अस्पताल में चेकअप करवाया तो उसे कोई बीमारी नहीं निकली
CRPF ने नौकरी के लिए राज्य सरकार को लिखा लेटर
CRPF की तरफ से 2020 में राजस्थान सरकार को लेटर लिखा गया। इसमें राधेश्याम को LDC की नौकरी देने की सिफारिश की गई। राधेश्याम ने बताया- LDC की नौकरी के लिए वह तैयार हो गया, लेकिन उसे अब तक नौकरी नहीं मिली है। अनुकंपा नियुक्ति के लिए पिछले तीन साल से कैबिनेट और राज्य मंत्रियों के चक्कर काट रहा था, लेकिन उसे सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा था, नौकरी नहीं।

कमर से नीचे का हिस्सा जमीन में गड़ा
परेशान होकर राधेश्याम बुधवार को सुबह करीब 9.30 बजे ट्रैफिक चौराहा पर पहुंचा और यहां महाराजा सूरजमल की प्रतिमा के पास भू-समाधि ले ली। युवक का कमर से नीचे का शरीर जमीन में गड़ा है। जानकारी मिलने पर तहसीलदार युवक से बात करने पहुंचे, लेकिन युवक नौकरी की बात पर अड़ा रहा। इस बीच तहसीलदार लौट गए
तीन बार पानी की टंकी पर चढ़ा, आश्वासन देकर उतारा
राधेश्याम ने बताया- वह तीन बार पानी की टंकी पर चढ़ चुका हैं। 18 जून 2023 को वह सरसों मंडी स्थित पानी की टंकी पर चढ़ा था। इस दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने उसे नौकरी लगाने का आश्वासन देकर नीचे उतारा था। नौकरी नहीं मिली तो वह 4 जुलाई 2023 को दोबारा सरसों मंडी स्थित पानी की टंकी पर चढ़ा। तब उसे पुलिस अधिकारियों ने नौकरी का आश्वासन देकर नीचे उतारा और कलेक्टर से मिलवाया था। वह 5 जनवरी 2023 को भी पानी की टंकी पर चढ़ा। तब उसे अधिकारियों ने समझाइश कर नीचे उतार लिया।
कई मंत्रियों-विधायकों के काटे चक्कर
राधेश्याम का कहना है कि उसने अपनी नौकरी के लिए कई विधायकों और मंत्रियों के चक्कर काटे। साल 2023 में बीजेपी की सरकार बनने के बाद वह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म से मिला। उन्होंने उसे जल्द ही नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया। डीग-कुम्हेर विधायक शैलेश सिंह से भी मिला। उन्होंने हर मुलाकात में नौकरी का आश्वासन दिया, लेकिन अभी तक नौकरी नहीं मिल सकी। वह खेती-बाड़ी कर जीवनयापन कर रहा है।