यूपी के मेरठ में टोल मांगने पर आईटीबीपी के जवान ने महिला कर्मी पर कार चढ़ा दी थी। पूरा घटनाक्रम टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। पुलिस आरोपी जवान की तलाश कर रही। वहीं, परिजनों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के काशी टोल प्लाजा पर सोमवार को टोल टैक्स मांगने पर महिला सुपरवाइजर को टक्कर मारने वाला आरोपी आईटीबीपी (भारत तिब्बत सीमा पुलिस) का जवान निकला। जवान ने 160 रुपये का टोल बचाने के चक्कर में वह 307 का मुल्जिम बन गया है। पुलिस आरोपी की तलाश में छापेमार रही है। वहीं, आरोपी के नहीं मिलने पर उसके परिजनों को पुलिस ने हिरासत में लिया गया है।
ये था घटना क्रम
मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेक्सवे के काशी प्लाजा पर सोमवार अपराह्न 3:30 बजे दिल्ली की तरफ से आई स्विफ्ट कार पर फास्टैग में बैलेंश न होने पर महिला टोल कर्मियों ने कार चालक को रोक लिया। इससे गुस्साए कार चालक ने महिला टोलकर्मियों से गाली-गलौज करते हुए कार के सामने खड़ी टोल सुपरवाइजर मुनीषा चौधरी को टक्कर मारते हुए कार से काफी दूर तक घसीटता ले गया था।
घटना सीसीटीवी कैमरे में हुई कैद
पूरा घटनाक्रम टोल पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया था। महिला सुपरवाइजर को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां उसके शरीर पर रगड़ लगने से शरीर छिल गया और एक पैर की हड्डी भी टूट गई। पुलिस ने सीसीटीवी में नंबर के आधार पर कार के बारे में पता किया तो वह सागर राणा पुत्र मनोज कुमार निवासी फाजलपुर कंकरखेड़ा के नाम पर रजिस्टर्ड मिली। पुलिस ने उसके घर दबिश दी तो आरोपी फरार मिला। मनोज कुमार परचून की दुकान करते हैं। उन्होंने बताया कि बेटा सागर आईटीबीपी में सिपाही है। वह दो साल पहले स्पोर्ट्स कोटे से भर्ती हुआ था। सागर की तैनाती फिलहाल नैनीताल में है।
एसएसपी का ये है कहना
मेरठ एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि सागर के खिलाफ धारा-307 के तहत मामला दर्ज हुई किया गया है। कार में उसके साथ और कितने लोग थे ये भी पता किया जा रहा है। फिलहाल पूछताछ के लिए परिवार के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।
SOURCE – NBT
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