Rajasthan : माकड़ो गांव के सीआरपीएफ के जवान का तिरंगे में लिपटा पार्थिव देह बुधवार शाम को राजकीय सम्मान के साथ घर पहुंचा। पार्थिव देह घर पहुंचते ही घर पर कोहराम मच गया।
Jhunjhunu : माकड़ो गांव के सीआरपीएफ के जवान का तिरंगे में लिपटा पार्थिव देह बुधवार शाम को राजकीय सम्मान के साथ घर पहुंचा। पार्थिव देह घर पहुंचते ही घर पर कोहराम मच गया। चालक नरेन्द्र कुमार की अंत्येष्टि राजकीय सम्मान के साथ की गई। सीआरपीएफ की 89 बटालियन के जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जानकारी के अनुसार माकड़ो निवासी नरेन्द्र कुमार सीआरपीएफ में चालक पद पर कार्यरत था। जो असम के सिलचर में ग्रुप सेंटर में तैनात था। ह्रदयगति रूक जाने ने निधन हो गया। मुखाग्नि उनके बेटे तनुष व प्रिंस ने दी। उनके अंतिम संस्कार में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। पार्थिव देह पर सरपंच नरेन्द्र डैला, पूर्व सरपंच सुरेन्द्र जाखड़, युवा नेता मनफूल डैला, हरपाल डैला, रामावतार मरोड़ीया, होल्दार राजपालसिंह, सुरेश डैला, ओमप्रकाश फौजी, जुगलाल महला, होल्दार जगदीश मरोड़िया, अनिल डैला, मनीराम डैला, सुरेन्द्र डैला, रमेश डैला, सूबेदार सरदारसिंह डैला सहित अन्य ने पुष्प अर्पित किए।
परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल
नरेन्द्र कुमार का पार्थिव देह घर आने पर माहौल गमगीन हो गया। पत्नी प्रिंयका, भाई सुरेन्द्र, पुत्री पलक व बेटे तनुष डैला सहित परिवार का रो-रो कर बुरा हाल हो गया था। निधन की खबर आने के बाद गांव में सरनाटा छा गया। नरेन्द्र कुमार के दो बच्चें है। सबसे बड़ी लड़की पलक है जो नौवी कक्षा में पढ़ती है। वहीं छोटा लड़का तनुष है जो पांचवी कक्षा में चिड़ावा पढ़ता है। नरेन्द्र कुमार मिलनसार व्यक्ति थे। जब भी गांव आते थे सब लोगों से मिल कर जाते थे। नरेन्द्र कुमार दिसम्बर 2006 में अजमेर भर्ती हुए थे। वहीं नरेन्द्र कुमार की शादी 2008 में शाहपुर निवासी प्रियंका के साथ हुई थी।
नरेन्द्र कुमार ने कहा था छुट्टी आउगा तब घुमाकर लाउंगा
नरेन्द्र कुमार की विरांगना प्रिंयका ने जोर-जोर से रोते हुए कहा था कि नरेन्द्र कुमार करीब 20 दिन पहले घर पर छुट्टी आए थे। तब नरेन्द्र ने वादा किया था की अगली बार छुट्टी आऊगां तो परिवार को घुमाकर लाऊगा, लेकिन प्रियंका ने कहा कि अब कौन घुमाकर लाएगा।
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