मुजफ्फरनगर के सिकंदरपुर गांव निवासी बीएसएफ के जवान अनुज कुमार की हार्ट अटैक से मौत हो गई। पश्चिम बंगाल से शव गांव पहुंचा तो बेटे को तिरंगे में लिपटा देख मां की चीख निकल गई। इस दौरान रोते-रोते पत्नी और मां बेहोश हो गई। किसी तरह लोगों ने दोनों को संभाला। उधर, पिता का भी रो-रोकर बुरा हाल था। वो रोते हुए कह रहे थे कि मेरा तो सब कुछ ही लुट गया।
अनुज की मौत से गांव में छाया मातम, घरों में नहीं जले चूल्हे
बीएसएफ के जवान अनुज कुमार की मौत की खबर पहुंची तो गांव में गमगीन माहौल हो गया। इसके बाद जैसे ही जवान का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचा तो मातम पसर गया और सभी की आंखें नम हो गईं। इस दौरान आसपास के घरों में चूल्हे तक नहीं जले।

हार्ट अटैक से हुई मौत
रतनपुरी क्षेत्र के गांव सिकंदरपुर निवासी बीएसएफ के जवान अनुज (32) की पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हार्ट अटैक से मौत हुई है। पोस्टमार्टम के बाद शव गांव पहुंचा। जहां गमगीन माहौल में पूरे सैनिक सम्मान के साथ सैनिक अनुज के शव का अंतिम संस्कार किया गया।

बताया गया कि अनुज कुमार पुत्र सत्यबीर सिंह एक मई 2017 को दिल्ली सेंटर से बीएसएफ में कांस्टेबल के रूप में भर्ती हुआ था। भर्ती होने से दो माह पूर्व एक मार्च 2017 को ही अनुज की शादी मेरठ के मटोर निवासी सोनिया के साथ हुई थी। जिससे उन्हें एक चार वर्ष का बेटा अविकुंज है।

अब पश्चिम बंगाल में थी तैनाती
फिलहाल अनुज की तैनाती पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद की 86 बटालियन में थी। उनकी यूनिट के एएसआई यशपाल सिंह ने बताया कि 30 अप्रैल को यूनिट में ही अनुज की तबीयत खराब हो गई थी, जिसे तुरंत यूनिट के अस्पताल में भर्ती कराया गया। जांच में अनुज को हार्ट ब्लॉकेज की समस्या का पता चला। इसके बाद अनुज को नाजुक हालत में कोलकाता एम्स रेफर किया गया। जहां पूर्ण हार्ट ब्लॉकेज के कारण एक मई की सुबह अनुज को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। इसके बाद अनुज के शव को फ्लाइट से दिल्ली एयरपोर्ट भेजा गया।

बताया गया कि शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े सात बजे अनुज का शव दिल्ली पहुंचा। जहां से 24 बटालियन के एसआई अनूप कुमार के नेतृत्व में बीएसएफ की टुकड़ी अनुज का शव लेकर दोपहर में गांव पहुंची। शव पहुंचते ही घर में गम का माहौल बन गया। सैनिक अनुज की पत्नी सोनिया, बहन प्रीति, भाई प्रवेश, माता संतोष और पिता सत्यवीर सिंह का रो-रोकर बुरा हाल था।

दिल्ली से आयी 24 बटालियन के जवानों ने पूरे सैनिक सम्मान के साथ मृत सैनिक अनुज को सलामी दी। इस दौरान तहसीलदार खतौली श्रद्धा गुप्ता, सीओ बुढ़ाना गजेंद्र पाल सिंह, थाना प्रभारी अक्षय शर्मा तथा भाजपा जिलाध्यक्ष सुधीर सैनी ने सैनिक के शव पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। तत्पश्चात सैनिक अनुज के खेत में ही उसके शव का अंतिम संस्कार किया गया। उसके अबोध बेटे अविकुंज ने शव को मुखग्नि दी। जिसे देखकर सभी की आंखें नम हो गईं।

सैनिक के पिता हैं राशन डीलर
सैनिक अनुज के पिता सत्यबीर सिंह राशन डीलर हैं। उनके पास करीब दस बीघा जमीन भी है। तीन भाई बहनों में अनुज सबसे बड़ा था। उसका छोटा भाई प्रवेश अविवाहित है, जो देहरादून में प्राइवेट नौकरी करता है।