मणिपुर के उखरुल में असम राइफल्स ने अपने सेंटर ऑफ एजुकेशनल एक्सिलेंस में 36 कुकी, मैतेई और नागा जाति की छात्राओं को आश्रय दिया है। यह केंद्र एक गैर सरकारी संगठन के साथ मिलकर कुकी और मैतेई छात्राओं को शिक्षा देने के लिए खोला गया है। इन 37 छात्राओं में 22 नागा, छह कुकी, आठ मैतेई और एक पंगल छात्रा शामिल हैं। बता दें कि उखरुल क्षेत्र चुराचांदपुर से पांच घंटे की दूरी पर है।
असम राइफल्स ने एक बयान में कहा, “यह शैक्षिक केंद्र अपने लक्ष्य को प्राप्त करने वाले हिंसाग्रस्त क्षेत्रों के उम्मीदवारों को सहायता प्रदान करने के लिए बनाया गया है। उनके पास अब अपने करियर को बनाने के लिए एक मजबूत रास्ता है। जो सुविधा यहां देख रहे हैं वह एनआईईडीओ और असम राइफल्स के प्रयास का परिणाम है।”
छात्राओं ने दी प्रतिक्रिया
मणिपुर में पिछले साल मई से जारी जातीय हिंसा में अबतक 150 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। असम राइफल्स के इस पहल के बारे में बात करते हुए चुराचांदपुर की एक कुकी लड़की ने बताया कि असम राइफल्स ने उनकी बहुत मदद की है। उन्होंने कहा, “हम इस केंद्र में खुद को सुरक्षित महसूस करते हैं। मुझे यकीन है कि केवल शिक्षा ही मणिपुर की स्थिति सुधार सकती है। हम 37 लड़कियां हैं और सभी अलग-अलग जाति से ताल्लुक रखते हैं। हम सभी का लक्ष्य अपनी पढ़ाई को पूरा कर अपने समाज में परिवर्तन लाना है।”
वहां मौजूद एक मैतेई लड़की ने बताया कि वह अपने सपनों को पूरा करने के लिए यहां आई है। उन्होंने कहा, “हम सभी को यहां एक अच्छा अवसर दिया गया है। एक समय मुझे मेरे परिवार की याद आती थी, लेकिन अब हम यहां एक-दूसरे का परिवार बन चुके हैं। मुझे भी लगता है कि शिक्षा समाज में परिवर्तन ला सकता है।”
हिंसाग्रस्त क्षेत्र कांगपोक्पी की रहने वाली एक लड़की ने कहा, “इस स्थिति में कोई भी हमारे पढ़ाई का खर्च नहीं उठा सकता था। ऐसे में असम राइफल्स का जितना धन्यवाद करूं उतना कम है।” उखरुल की एक लड़की ने कहा, “हम सभी यहां सुरक्षित हैं। हमें अपनी शिक्षा पूरी करने का बड़ा अवसर दिया गया है। मुझे नहीं मालूम कि इस परिस्थिति में मैं अपने समुदाय के लिए कितना काम कर सकती हूं, लेकिन फिलहाल चीजें हमारे लिए बेहतर है।” वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कुछ लड़कियों को हिंसाग्रस्त क्षेत्रों से निकाला गया था। उन्हें हवाई सेवाओं के माध्यम से चुराचांदपुर से असम राइफल्स के केंद्र में लाया गया था।
Ii is really a great idea to helping each other as all paramilitary forces doing very hard duties and leaving in adversely affect areas .By this type of initiative many kinds of ideas, information and opportunities may exchanges
It requested to all paramilitary soldiers to keep your self physically and mentally fit .we all are soldiers and whole nation expecting from us .we should have to give an example of fitness, discipline and responsibility . The next generation to be followed by all of us .Be happy be healthy.
Be aware of financial fraud
Be aware of miscreants on social media.
Focus on your family and children’s education (career)
Avoid alcohol tobacco and drugs
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Maintain the best physical fitness do yoga /pt daily and create intrest in field games