केंद्रीय विद्यालयों में कक्षा 1 के लिए प्रवेश प्रक्रिया 1 अप्रैल से प्रारंभ होगी। इसके बाद इच्छुक माता-पिता अपने बच्चों के प्रवेश के लिए आवेदन कर सकेंगे। आइए, जानें कि आपको अपने बच्चों को केंद्रीय विद्यालय में प्रवेश क्यों दिलाना चाहिए।

केंद्रीय विद्यालयों में कक्षा 1 के लिए दाखिले 1 अप्रैल 2024 से शुरू होंगे। प्रत्येक वर्ष, बड़ी संख्या में छात्र प्रवेश पाने के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन सीमित सीटों के कारण केवल कुछ चुने जाते हैं। केंद्रीय विद्यालय देश के श्रेष्ठ विद्यालयों में से हैं, इसलिए अभिभावक चाहते हैं कि उनके बच्चे यहाँ पढ़ाई करें। आइए, हम जानते हैं कि केंद्रीय विद्यालयों में पढ़ने के क्या लाभ हैं।

केंद्रीय विद्यालय देश के श्रेष्ठ विद्यालयों में से एक माने जाते हैं। यहां शिक्षकों का चयन कई चरणों की परीक्षाओं के बाद ही किया जाता है। इसीलिए यहां के विद्यार्थियों को उत्कृष्ट शिक्षा प्राप्त होती है। यहां से उत्तीर्ण होने वाले अधिकांश विद्यार्थी शीर्ष नौकरियों में चयनित हो जाते हैं।
केंद्रीय विद्यालयों में केवल शिक्षा ही नहीं बल्कि स्पोर्ट्स जैसी गतिविधियों पर भी ध्यान दिया जाता है। इसलिए, अगर कोई छात्र एक प्रोफेशनल एथलीट बनना चाहता है तो उसे इन विद्यालयों में एक अच्छा प्लेटफ़ॉर्म मिलता है। केंद्रीय विद्यालय क्रिकेट से लेकर अन्य खेलों में छात्रों को प्रशिक्षित करते हैं।

एक ओर जहां देश में निजी स्कूल नर्सरी से लेकर 12वीं तक के लिए माता-पिता से लाखों रुपए वसूल करते हैं, वहीं केंद्रीय विद्यालयों में फ़ीस बहुत कम होती है। केंद्रीय विद्यालयों की फ़ीस इतनी कम होती है कि एक सामान्य परिवार आसानी से अपने बच्चे का फ़ीस जमा कर सकता है। साथ ही, आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवारों के लिए यहाँ कई प्रकार की छात्रवृत्तियाँ भी दी जाती हैं।

जब माता-पिता का ट्रांसफर होता है, तो बच्चों को पढ़ाई छूटने का डर नहीं होना चाहिए।
केंद्रीय विद्यालयों का एक मुख्य उद्देश्य रक्षा बलों के वार्डों की शिक्षा संबंधी आवश्यकताओं को पूरा करना है। सभी केंद्रीय विद्यालयों में पाठ्यक्रम एक समान होता है।जब कोई सैनिक एक जगह से दूसरी जगह पर तैनात हो जाता है, तो उसके बच्चे आसानी से अपने पाठ्यक्रम और पढ़ाई को एक केंद्रीय विद्यालय से दूसरे में बिना किसी बड़े व्यवधान के स्विच कर सकते हैं।

केंद्रीय विद्यालयों में विद्यार्थियों को हर प्रकार की सुविधाएँ प्राप्त होती हैं। चाहे वह स्मार्ट क्लासरूम, उत्तम प्रयोगशालाएँ या अच्छी पुस्तकालय हों, इन सभी सुविधाओं से विद्यार्थी भविष्य के लिए खुद को तैयार कर पाते हैं।