Sainik school Admission: सैनिक स्कूल में बच्चों का एडमिशन करवाना पेरेंट्स का सपना होता है. जिसका मुख्य कारण इन स्कूलों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था और बच्चे पास आउट होने के बाद शानदार करियर ऑप्शन के साथ आगे बढ़ते हैं.
इस बात को तो सभी जानते हैं कि देशभर के सैनिक स्कूलों में एडमिशन लेने के लिए ऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम (AISSEE) क्वालीफाई करना होता है. इस परीक्षा का आयोजन हर साल नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए के द्वारा आयोजित किया जाता है. दरअसल, इस परीक्षा में क्वालीफाई छात्रों को छठवीं और नौवीं कक्षा में एडमिशन लेने की अनुमति मिल जाती है. आइए सैनिक स्कूल में एडमिशन लेने की पूरी प्रक्रिया को विस्तार से समझते हैं.
बता दें कि, छात्रा 6वीं कक्षा में एडमिशन लेने के लिए 5वीं कक्षा पास होना चाहिए और 9वीं कक्षा में एडमिशन लेने के लिए इसी मान्यता प्राप्त स्कूल से आठवीं पास होना चाहिए. खास बात यह है कि छात्रों को उनकी सुविधा के अनुसार किसी एक सैनिक स्कूल में एडमिशन लेने के लिए आवेदन का ऑप्शन दिया जाता है. इस एंट्रेंस एग्जाम के परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन अक्टूबर से नवंबर माह में किया जाता है और उसकी परीक्षा जनवरी में आयोजित की जाती है.
क्या है आवेदन प्रक्रिया और शुल्क ?
दरअसल, ऑल इंडिया सैनिक स्कूल एंट्रेंस एग्जाम (AISSEE) के लिए सबसे पहले नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाता है. इसके बाद इच्छुक उम्मीदवार वेबसाइट पर ऑनलाइन माध्यम से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं. हालांकि, इसके लिए परिवार के किसी भी सदस्य का ईमेल आईडी और फोन नंबर लिया जाता है बाद में इस ईमेल आईडी और फोन नंबर पर परीक्षा से संबंधित सूचना को भेजा जाता है. परीक्षा में ऑनलाइन आवेदन के लिए शुल्क भी लिया जाता है. जिसमें एससी और एसटी वालों के लिए 400 रुपए और ओबीसी सामान्य व अन्य सभी वर्गों के लिए 550 रुपया शुल्क के तौर पर जमा करना होता है.
नौवीं कक्षा में अंग्रेजी पैटर्न के लिए
नवी कक्षा में होने वाली परीक्षा में इंग्लिश से 25 प्रश्न, मैथ से 50 प्रश्न, जनरल साइंस से 25 प्रश्न, इंटेलिजेंस से 25 प्रश्न, सोशल साइंस से 25 प्रश्न और बहुविकल की प्रश्न पूछे जाते हैं. कुल मिलाकर 150 प्रश्न पूछे जाते हैं और इन पर 400 अंक दिए जाते हैं परीक्षा को 180 मिनट यानी 3 घंटे में पूरा करना होता है. वहीं परीक्षा के लिए पासिंग मार्क में कम से कम 40% अंकों से छात्र पास होना चाहिए और प्रत्येक पेपर में 25% अंक अनिवार्य माना गया है. इसके अलावा स्कूल में मेडिकल फिटनेस और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के बाद ही एडमिशन लिया जाता है.
लखनऊ में खोला गया था पहले सैनिक स्कूल
भारत में सैनिक स्कूल को भारतीय रक्षा मंत्रालय की ओर से सैनिक स्कूल सोसायटी चलता है. सैनिक स्कूल में पढ़ने वाले छात्र को दाना के जरिए भारतीय सेवा में अफसर बनने का भी मौका मिलता है. भारतीय सेवा की जरूरत के मुताबिक यहां दाखिला पाने वाले छात्रों को ट्रेनिंग भी दी जाती है. उसी हिसाब से पढ़ाया भी जाता है. जानकारी के लिए बता दे कि, देश का पहला सैनिक स्कूल 1960 में लखनऊ में खोला गया था आज के समय देश में कुल 33 सैनिक स्कूल हैं.